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जनमत: इतिहासकारों और संगठनों ने सरकार से मांग की है कि इस तरह के बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और भविष्य में इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए, इसके लिए सख्त कानून बनाए जाने चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने संसद से समर्थन दिया है …और पढ़ें

कहो महाराना
हाइलाइट
- एसपी सांसद के बयान पर देश भर में नाराजगी
- मेवाड़ में महाराना संगा के समर्थन में विरोध
- सरकार से एसपी सांसद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
उदयपुर। महाराणा संगा पर समाजवादी पार्टी (एसपी) के सांसद द्वारा किए गए विवादास्पद बयान के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया है। विशेष रूप से मेवाड़ में, मजबूत विरोध व्यक्त किया जा रहा है। उदयपुर में विभिन्न संगठनों और इतिहास प्रेमियों ने बयान की निंदा की और इसे महाराना संगा के शानदार इतिहास के साथ छेड़छाड़ की। इस मुद्दे ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचाई है।
बयान पर मेवाड़ में नाराजगी
बज्रंग सेवा समिति, उदयपुर के अध्यक्ष, लबरेंद्र सिंह पवार ने बयान की निंदा करते हुए कहा कि महाराणा संगा ने तुर्क और विदेशी आक्रमणकारियों को लिया था। वह अपने घायल शरीर और गंभीर चोटों के बावजूद युद्ध के मैदान में रहे। बाबर की सेना ने एक भयंकर प्रतिस्पर्धा दी, लेकिन विजय आंतरिक षड्यंत्रों के कारण हाथ से निकल गया। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान न केवल ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ने और घुमाने का प्रयास हैं, बल्कि देश के नायकों का भी अपमान करते हैं।
इतिहासकारों और शिक्षाविदों की प्रतिक्रिया
शिक्षाविद डॉ। प्रदीप कुमावत ने कहा कि महाराणा संगा को न केवल मेवाड़ में, बल्कि पूरे भारत के बहादुर योद्धाओं में भी गिना जाता है। उन्होंने आधी भारत पर अपना प्रभाव स्थापित किया और हिंदू संस्कृति की रक्षा के लिए कई लड़ाई लड़ी। उन्होंने कहा कि किसी भी सांसद द्वारा ऐसा बयान देना पूरी तरह से अनुचित है और सरकार को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
सोशल मीडिया पर एक तेज प्रतिक्रिया
यह विवाद सोशल मीडिया पर भी तेज हो गया है। बड़ी संख्या में लोग एसपी सांसद के बयान की आलोचना कर रहे हैं और उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। #RespectMaranasanga ट्विटर और फेसबुक पर ट्रेंड कर रहा है, जिसमें लोग महाराण सांगा के बलिदान और संघर्ष को याद कर रहे हैं।
राजनीतिक गलियारों में बयान पर बहस
इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों में बहस हुई है। भाजपा ने इस कथन की निंदा की है, इसे राष्ट्रवादियों के अपमान के रूप में वर्णित किया है और संसद में इस पर चर्चा की मांग की है, जबकि कांग्रेस ने यह भी कहा है कि ऐतिहासिक महापुरुषों पर गलत टिप्पणी करना गलत है।
सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
इतिहासकारों और संगठनों ने सरकार से मांग की है कि इस तरह के बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और भविष्य में इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए, कड़े कानून बनाए जाने चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने संसद से एसपी सांसद की सदस्यता रद्द करने की भी मांग की है। महाराण संगा का इतिहास न केवल मेवाड़ के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का मामला है। ऐसी स्थिति में, इस विवादित बयान ने आम जनता से राजनीतिक गलियारों तक हलचल मचाई है।