एनआरआई सुखचैन सिंह पर शनिवार को अमृतसर स्थित उनके घर में गोली चलाकर उन्हें गंभीर रूप से घायल करने वाले दो कांट्रैक्ट किलर को सोमवार को होशियारपुर से उनके तीसरे साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। कुछ घंटों बाद अमृतसर के वल्लाह इलाके में हथियार बरामदगी के दौरान पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करते समय दोनों को गोली लग गई।
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि होशियारपुर पुलिस के साथ संयुक्त अभियान के दौरान दोनों शूटरों जालंधर जिले के बुटराण गांव के गुरकीरत सिंह उर्फ गुरी और कपूरथला के जयरामपुर गांव के सुखविंदर सिंह को पकड़ा गया। उनके तीसरे साथी जालंधर के बुटराण गांव के सुखविंदर सिंह उर्फ साबी को भी गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि दोनों शूटरों को वल्लाह की एक नहर पर ले जाया गया, जहाँ उन्होंने एनआरआई को निशाना बनाने के बाद अपनी पिस्तौलें छिपा दी थीं, लेकिन वे पुलिस को चकमा देकर हथियार उठाकर पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करने लगे। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और गोलीबारी के दौरान दोनों घायल हो गए। उनमें से एक को जांघ में गोली लगी जबकि दूसरे को पैर में चोट लगी। ढिल्लों ने बताया कि दोनों को यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा और गहन पूछताछ के लिए उनकी पुलिस रिमांड मांगी जाएगी।
पुलिस ने बताया कि भागने की कोशिश के दौरान पुलिसकर्मियों पर गोली चलाने के आरोप में दोनों के खिलाफ नई प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस के अनुसार, एनआरआई सुखचैन सिंह को उसकी पहली पत्नी के परिजनों के निर्देश पर निशाना बनाया गया था, जिसने 2022 में आत्महत्या कर ली थी। मृतक का अमेरिका में रहने वाला भाई सुखविंदर सिंह अपने दोस्त मनप्रीत सिंह उर्फ मन्ना के जरिए गुरकीरत सिंह उर्फ गुरी के संपर्क में आया था। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सुखविंदर ने करीब पांच महीने पहले गुरी को बताया था कि वह अपनी बहन की मौत का बदला सुखचैन सिंह से लेना चाहता है।
उन्होंने बताया, “करीब दो महीने पहले एक अज्ञात व्यक्ति ने गुरी को एनआरआई का घर दिखाया और अमेरिका में रहने वाले सुखविंदर ने उसके लिए तीन पिस्तौल का इंतजाम किया। इसके बाद दोनों शूटर साबी के साथ पिस्तौल लेकर अमृतसर आए और अलग-अलग होटलों में रुके। सुखचैन की हत्या करने के लिए शूटर किसी कार एजेंसी के कर्मचारी बनकर उसके घर गए और साबी गली में बाहर निगरानी कर रहा था।”
कमिश्नर ने आगे बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद वे खडूर साहिब गए और वहां एक गुरुद्वारे की पार्किंग में अपनी बाइक खड़ी करके अमृतसर वापस आ गए और वल्लाह नहर इलाके में तीनों पिस्तौल छिपाकर एक होटल में चले गए तथा अपना सामान लेकर होशियारपुर के लिए निकल गए।
इससे पहले दिन में होशियारपुर के पुलिस अधीक्षक (जांच) सरबजीत सिंह बहिया ने बताया कि पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर व्यस्त गौशाला बाजार इलाके में एक धर्मशाला पर छापा मारा और गुरकीरत और सुखविंदर को गिरफ्तार कर लिया। तीसरे आरोपी को कपूरथला के सुभानपुर से गिरफ्तार किया गया।
समझौते के अनुसार हमलावरों को ₹उन्हें पहले ही 15 लाख रुपये मिल चुके थे। ₹अमृतसर के पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी ने एनआरआई की मृत पत्नी के अमेरिका स्थित भाई (सुखविंदर) से 85,000 रुपये लूट लिए हैं।
इससे पहले पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें होशियारपुर के बैंस गांव के सरवन सिंह (एनआरआई की पहली पत्नी के पिता), तरनतारन के भट्ठ गांव के जगजीत सिंह (29) और चमकौर सिंह (38) शामिल हैं, जिन्होंने अपराध करने से पहले हमलावरों की मदद की थी, होटल मालिक दिगंबर अत्री और होटल मैनेजर अभिलाष भास्कर, जिन्होंने शूटरों के पहचान प्रमाण मांगे बिना हमलावरों को आवास उपलब्ध कराया था।
एनआरआई की पहली पत्नी के भाई (सुखविंदर), बहन कुलजिंदर कौर और उसके पति जसवीर सिंह, जो मिल्वौकी, विस्कॉन्सिन, अमेरिका में रहते हैं, पर पहले ही मामला दर्ज किया जा चुका है। पुलिस के अनुसार, उनकी पहली पत्नी की मां निशान कौर पर भी मामला दर्ज किया गया है, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है क्योंकि जांच चल रही है।
शनिवार की सुबह दोनों हमलावर एनआरआई के घर में घुसे और उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका इलाज यहां एक निजी अस्पताल में चल रहा है। यह हमला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और इसकी क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। सीसीटीवी फुटेज में एनआरआई की मां, पत्नी और बच्चे रोते हुए और उसकी जान की भीख मांगते नजर आ रहे हैं।
एक गोली दिमाग को पार करते हुए सिर में जा लगी और दूसरी हाथ में। डॉक्टरों के मुताबिक, अब उनकी हालत स्थिर है।
हमले के बाद कई राजनीतिक दलों ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा था।