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अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू हो गया है, जो 3 जुलाई से 9 अगस्त तक चलेगा। सिकर का पहला बैच 29 जून को रवाना होगा। 6 लाख भक्तों को बाल्टल और पाहलगाम मार्ग से आने की उम्मीद है।

सिकर के लोग अमरनाथ गुफा के पास भंडारा डालेंगे
राहुल मनोहर/सिकर- भक्तों के लिए बहुत अच्छी खबर है जो भगवान शिव की पवित्र हिम्मत को देखने की आकांक्षा रखते हैं। अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। भक्त ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। पंजीकरण शुल्क 220 रुपये प्रति व्यक्ति तय किया गया है। ऑफलाइन पंजीकरण बैंकों के माध्यम से किया जा सकता है।
दो प्रमुख मार्ग, पहलगाम और बाल्टल
इस साल, अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और 9 अगस्त तक चलेगी। यात्रा में दो पारंपरिक मार्ग होंगे। पहलगाम और बाल्टल गेंडरबाल। इन दोनों मार्गों से कुल 6 लाख भक्तों तक पहुंचने की उम्मीद है। यात्रा की अवधि इस बार 38 दिन होगी, जो पहले की तुलना में थोड़ा कम है।
पहला बैच 29 जून को सिकर से रवाना होगा
सिकर जिले से बाबा बरफनी का दौरा करने के लिए पहला बैच 29 जून को रवाना होगा। अमरनाथ यात्रा आयोजन समिति के अनुसार, यह सिकर से छोड़ने वाला 19 वां बैच होगा, जिसमें लगभग 100 भक्त शामिल होंगे। इसके बाद, दूसरा बैच 11 जुलाई को भेजा जाएगा।
अमरनाथ यात्रा का धार्मिक महत्व
अमरनाथ यात्रा को हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थयात्राओं में से एक माना जाता है। यह यात्रा जम्मू और कश्मीर में अमरनाथ गुफा के लिए की जाती है, जहां स्वाभाविक रूप से गठित हिमलिंग को भगवान शिव के रूप में पूजा जाता है। लाखों शिव भक्त इस यात्रा में भाग लेते हैं और आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं।
गुफा में सिकर से लंगर होगा
श्रीगांगानगर शाखा, सिकर की ओर से श्री अमरनाथ लंगर सेवा समिति की ओर से गुफा के पास एक भंडारा स्थापित किया जाएगा। समिति के सदस्य अशोक सैनी ने कहा कि इस भांडारे का आधार शिविर बाल्टल में रहेगा। इसमें, यात्रियों के लिए भोजन और प्रवास को मुफ्त में प्रदान किया जाएगा।
सुविधाओं के लिए सुरक्षा और सुविधाएं
इस बार अमरनाथ यात्रा के बारे में ट्रस्ट और सरकार द्वारा विशेष तैयारी की गई है। भक्तों की सुरक्षा, लंगर सुविधा, स्वास्थ्य सेवा और ठहराव के लिए पूरी व्यवस्था की जाएगी ताकि कोई असुविधा न हो।