गुरुवार, 30 मई, 2024 को रुद्रप्रयाग जिले में ‘चार धाम यात्रा’ के दौरान केदारनाथ मंदिर में उमड़े श्रद्धालु। | फोटो साभार: पीटीआई
उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में 7-8 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश की मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मद्देनजर चार धाम यात्रा 7 जुलाई को अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई थी।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए यात्रा स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।

उन्होंने कहा कि गढ़वाल मंडल में 7-8 जुलाई को भारी बारिश की मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मद्देनजर सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया जाता है कि वे 7 जुलाई को ऋषिकेश से आगे चार धाम यात्रा के लिए रवाना न हों।
उन्होंने कहा कि जो लोग तीर्थयात्रा पर निकल चुके हैं, उन्हें मौसम साफ होने तक वहीं प्रतीक्षा करनी चाहिए, ताकि वे अपनी आगे की यात्रा शुरू कर सकें।
पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड के विभिन्न भागों में भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हो रहा है तथा बद्रीनाथ जाने वाला राजमार्ग कई स्थानों पर पहाड़ी से गिर रहे मलबे के कारण अवरुद्ध हो गया है।
फ़्रेम में | अजीब मौसम के डर में

बिलबोर्ड हादसा: 13 मई को मुंबई के घाटकोपर में आए तूफान के बाद एक विशालकाय होर्डिंग गिर गया। इस घटना में 17 लोगों की जान चली गई और कम से कम 75 लोग घायल हो गए। जांच में पता चला कि होर्डिंग कमजोर नींव पर बनाया गया था और मानकों का उल्लंघन किया गया था।
कार्रवाई में: बचाव दल 28 मई को आइजोल में चक्रवात रेमल द्वारा लाई गई मूसलाधार बारिश के बाद ढह गई पत्थर की खदान में जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
आकस्मिक बाढ़: तमिलनाडु के तेनकासी में ओल्ड कोर्टालम जलप्रपात में 17 मई को हुई बारिश के बाद भारी बाढ़ आ गई।
पूरी तरह भीगी हुई: 3 जून को तमिलनाडु के सलेम में मूसलाधार बारिश में सड़क पार करती महिलाएं।

आशीर्वाद की वर्षा: 27 जून को कोच्चि के अलुवा शिव मंदिर में प्रार्थना करने के लिए एक परिवार बाढ़ की विभीषिका का सामना करता हुआ।

फंसे हुए: 18 जून को सिक्किम के मंगन जिले के चुंगथांग में बारिश से प्रभावित पर्यटकों को निकाला जा रहा है।

टर्मिनल दुर्घटना: 28 जून को नई दिल्ली में हुई भारी बारिश के बाद इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 1 पर एक छत गिरने के बाद मरम्मत और राहत कार्य जारी है। एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच घायल हो गए।
ड्यूटी पर: 25 जून को चेन्नई में बारिश के दौरान एक मैकेनिक अपनी पत्नी की छतरी के नीचे दोपहिया वाहन की मरम्मत कर रहा है।
मानसून का जादू: जहां बारिश विनाश लाती है, वहीं यह प्रकृति की सम्पूर्ण सुन्दरता को भी प्रदर्शित करती है।
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चमोली जिले के कर्णप्रयाग के चटवापीपल इलाके के पास भूस्खलन के बाद पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से 6 जुलाई को हैदराबाद के दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। वे मोटरसाइकिल पर बद्रीनाथ से लौट रहे थे, तभी दुर्घटना हुई।
उत्तराखंड की नदियां भी उफान पर हैं और जोशीमठ के पास विष्णु प्रयाग में अलकनंदा खतरे के निशान के करीब बह रही है। अलकनंदा विष्णु प्रयाग में धौली गंगा में मिल जाती है।