विराट कोहली rrcords: विराट कोहली, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शानदार फॉर्म में हैं। टूर्नामेंट के 4 मैचों में कोहली के बल्ले से अब तक 217 रन आ चुके हैं। इसमें 1 शतक और 1 अर्धशतक शामिल हैं। वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनसे आगे सिर्फ इंग्लैंड के बेन डकेट (227), न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र (226) और इंग्लैंड के जो रूट (225) हैं। अब भारतीय टीम की फाइनल में 9 मार्च को दुबई में न्यूजीलैंड से टक्कर होगी।
इस खिताबी मुकाबले में एक बार फिर कोहली से बड़ी पारी की उम्मीद होगी। इस दौरान किंग कोहली के निशाने पर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सबसे ज्यादा रन बनाने का शानदार मौका होगा। 11 रन बनाते ही कोहली सभी को पीछे छोड़ते हुए इस सीजन चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। हालांकि ये भी देखना होगा कि फाइनल में न्यूजीलैंड के रचिन रवींद्र कितने रन बनाते हैं। फाइनल में दोनों के बीच एक-दूसरे को पीछे छोड़ने की जबरदस्त टक्कर देखने को मिलेगी।
गेल का कीर्तिमान होगा ध्वस्त?
विराट कोहली के पास चैंपियंस ट्रॉफी 2025 ही नहीं बल्कि टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बनने का मौका होगा। कोहली को इसके लिए सिर्फ 46 रनों की दरकार है। कोहली चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। वहीं, शीर्ष पर क्रिस गेल हैं। गेल के नाम चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। गेल ने 17 मैचों की 17 पारियों में 52.73 के औसत से 791 रन बनाए हैं। इसमें 3 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है।
राहुल द्रविड़ भी छूट जाएंगे पीछे
वहीं, विराट कोहली के नाम चैंपियंस ट्रॉफी के 17 मैचों की 16 पारियों में 746 रन दर्ज हैं। इस दौरान उनका औसत 82.88 का है। कोहली के बल्ले से 1 शतक और 6 अर्धशतक अब तक आए हैं। एक और अर्धशतक जड़ते ही वह चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा पचासा जड़ने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। अभी कोहली 6 अर्धशतक के साथ राहुल द्रविड़ के बराबर हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में 50 रन का आंकड़ा छूते ही वह द्रविड़ को पछाड़ देंगे और टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा अर्धशतक जड़ने का बड़ा कीर्तिमान अपने नाम कर लेंगे।
क्रिस गेल का क्रिकेट करियर
क्रिस गेल, जिन्हें ‘यूनिवर्सल बॉस’ के नाम से जाना जाता है, ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है। उनका क्रिकेट करियर 1999 में शुरू हुआ जब उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए एकदिवसीय मैच में पदार्पण किया। गेल की खेल शैली और उनकी शानदार बैटिंग तकनीक ने उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बना दिया। उनके नाम पर कई रिकॉर्ड हैं, जैसे कि एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे तेज़ 2013 में 50 गेंदों में सौ रन बनाने का रिकॉर्ड है।
गेल ने न केवल टेस्ट क्रिकेट में बल्कि टी-20 प्रारूप में भी अपनी काबिलियत साबित की है। वे एकदिवसीय और टी-20 क्रिकेट में सबसे अधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं, जो उनके आदर्श खेल शैली को और भी मज़बूत बनाता है। गेल की उपलब्धियों का एक और महत्वपूर्ण पहलू उनका आक्रामक बल्लेबाजी शैली है, जो उन्हें मैच पर नियंत्रण रखने में सक्षम बनाती है।
विराट कोहली का उदय
विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट को नया रूप दिया है। कोहली का उदय 2008 में प्रारंभ हुआ, जब उन्होंने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय वनडे उपस्थिति दर्ज की। उन्होंने जल्दी ही यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक औसत खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक ऐसा सितारा हैं जो समय के साथ छा जाएगा।
कोहली की खेल शैली ने उन्हें अद्वितीय बनाया है। उन्होंने न केवल अपने खेल को बेहतर बनाया है, बल्कि एक लीडर के रूप में भी उभरे हैं, जो टीम को प्रेरित करने और मार्गदर्शन करने में कुशल हैं। विराट कोहली ने कई टेस्ट और वनडे रिकॉड्र्स बनाए हैं, जिसमें सबसे तेज 8,000, 9,000 और 10,000 रन बनाने का रिकॉर्ड शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में असाधारणConsistency को बनाए रखा है, जो उन्हें क्रिस गेल जैसे दिग्गजों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा में खड़ा करता है।
वर्ल्ड रिकॉर्ड का मुकाबला: गेल बनाम कोहली
क्रिकेट की दुनिया में वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का महत्व हमेशा से रहा है। इन रिकॉर्ड्स ने खिलाड़ियों को गौरवान्वित किया है और प्रशंसकों के बीच उनकी प्रतिष्ठा को ऊँचा किया है। वर्तमान समय में, क्रिस गेल और विराट कोहली के बीच वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की तुलना का विषय चर्चा का केंद्र बना हुआ है। क्रिस गेल, जिन्हें T20 क्रिकेट के बादशाह के रूप में जाना जाता है, ने अपने करियर के दौरान कई अद्वितीय रिकॉर्ड बनाए। वहीं, विराट कोहली एक प्रजापति बल्लेबाज हैं जिनकी तकनीक और निरंतरता उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने की स्थिति में लाकर खड़ी करती है।
गेल के नाम T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है, जिसमें उन्होंने 12000 से अधिक रन बनाए हैं। इसके अतिरिक्त, गेल ने तीन विश्व कप (2015, 2019) में भी शानदार प्रदर्शन किया है, जिसने उनके नाम को और भी चमकदार बनाया। हालांकि, विराट कोहली इस प्रतिस्पर्धा में पीछे नहीं हैं। कोहली ने ODI क्रिकेट में सबसे तेज 8000, 9000 और 10000 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है।
हाल के वर्षों में, कोहली का औसत और स्ट्राइक रेट गेल की तुलना में कहीं अधिक रहा है, जिसका मतलब है कि वह अधिक रन बनाने की क्षमता रखते हैं। हालांकि गेल का ताकतवर खेल एक अलग खेल शैली को दर्शाता है और तेज क्रिकेट में उनकी विशेषज्ञता उन्हें अद्वितीय बनाती है।
भविष्य की संभावना
विराट कोहली के अद्भुत रिकॉर्ड्स के बारे में बात करते हुए, कई लोग यह मानते हैं कि वह क्रिस गेल की बादशाहत को चुनौती देने में सक्षम हैं। कोहली का बल्लेबाजी औसत, धैर्य और स्थिरता ने उन्हें खेल के महान खिलाड़ियों की सूची में स्थान दिलाया है। इस प्रकार की प्रतिस्पर्धा ही भारतीय क्रिकेट में नए खिलाड़ियों को ऊंचाई तक पहुंचने के लिए प्रेरित करती है। इसके अलावा, युवा खिलाड़ियों के मन में यह विश्वास जागता है कि वे भी वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
इस तरह, भविष्य में क्रिकेट को नया आकार देने के लिए युवा खिलाड़ियों का समर्पण और उनकी निरंतरता महत्वपूर्ण होगी। क्रिकेट की नई पीढ़ी में उन खिलाड़ियों का समावेश है, जो अत्याधुनिक तकनीक और खेल की रणनीति को समझते हैं। कहीं न कहीं, क्रिकेट का यह नया युग हमारे सामने है, और देखने को मिलेगा कि क्या कोहली वास्तव में गेल की बादशाहत को समाप्त कर पाएंगे।