16 अगस्त, 2024 11:47 पूर्वाह्न IST
चुनाव आयोग की योजना जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 30 सितंबर से पहले कराने की है, जो कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित समय-सीमा है।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने डिप्टी कमिश्नरों सहित कई अधिकारियों का तबादला कर दिया है। यह कदम चुनाव आयोग द्वारा चुनावी राज्यों को उनके गृह जिलों में तैनात अधिकारियों को स्थानांतरित करने के निर्देश देने के कुछ सप्ताह बाद उठाया गया है।
चुनाव आयोग शुक्रवार दोपहर को विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा करेगा। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किन राज्यों के लिए कार्यक्रम घोषित किया जाएगा।
चुनाव आयोग की योजना जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 30 सितंबर से पहले कराने की है, जोकि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित समय-सीमा है।
गुरुवार रात जम्मू-कश्मीर के सामान्य प्रशासन विभाग ने तत्काल प्रभाव से 89 तबादलों और नियुक्तियों के आदेश जारी किए।
इन तबादलों में पुंछ और बांदीपुरा जिलों के उपायुक्त, सचिव, आयुक्त, महानिदेशक, प्रबंध निदेशक और कई विभागों के निदेशक शामिल हैं।
चुनाव आयोग ने 31 जुलाई को केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन से अपने गृह जिलों में तैनात अधिकारियों को स्थानांतरित करने को कहा था, यह चुनाव कराने से पहले की जाने वाली एक प्रक्रिया है।
यह लगातार नीति अपनाता रहा है कि चुनाव वाले राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव के संचालन से सीधे जुड़े अधिकारियों को उनके गृह जिलों या उन स्थानों पर तैनात नहीं किया जाता है जहां उन्होंने काफी लंबी अवधि तक सेवा की है।
चुनाव आयोग ने चुनाव वाले महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड के मुख्य सचिवों को भी इसी तरह के निर्देश जारी किए हैं। हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड की विधानसभाओं का कार्यकाल क्रमश: 3 नवंबर, 26 नवंबर और 5 जनवरी को समाप्त हो रहा है।
जम्मू-कश्मीर की चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए अपने दो दिवसीय दौरे के समापन के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 9 अगस्त को कहा कि किसी भी आंतरिक या बाहरी ताकतों को चुनाव में बाधा डालने की इजाजत नहीं दी जाएगी और जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएंगे।
पूर्ण आयोग का यह दौरा जम्मू-कश्मीर में प्रथम विधानसभा चुनाव कराने के लिए जमीन तैयार करने की पहली बड़ी कवायद थी। संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद 5 अगस्त, 2019 को इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था।