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भारतपुर के बयाना क्षेत्र में तरबूज, तरबूज और ककड़ी की खेती पूरे जोरों पर है। किसानों सहित कई किसान, कालीम खान, आधुनिक तकनीकों की खेती कर रहे हैं, जिससे उनकी आय और रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है।

खेती कई बीघाओं में फैल गई
हाइलाइट
- बयाना में तरबूज, तरबूज, ककड़ी की खेती के कारण किसानों की आय में वृद्धि हुई।
- आधुनिक प्रौद्योगिकियों के साथ खेती करने वाले किसानों, रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हुई।
- ड्रिप सिंचाई प्रणाली और कार्बनिक उर्वरकों से उत्पादन की गुणवत्ता में वृद्धि हुई।
भरतपुर : जैसे ही गर्मियों का मौसम भरतपुर जिले के बयाना क्षेत्र में आता है, तरबूज, तरबूज और ककड़ी की जोर से खेती की जा रही है। विशेष रूप से गांवों में अलापुरी, सिकंद्रा और समोगर, किसान बड़े पैमाने पर इन ग्रीष्मकालीन फलों की खेती कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में सैकड़ों बीघा भूमि तरबूज, तरबूज और ककड़ी की फसलों का कारण बन रही हैं, जो न केवल किसानों की आय में वृद्धि कर रही है। बल्कि, आसपास के बाजारों में ताजा और पौष्टिक फल आसानी से उपलब्ध हैं।
किसान कालीम खान जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हैं। उन्होंने स्थानीय 18 को बताया कि हर साल वह बयाना क्षेत्र में खेतों को पट्टे पर देते हैं और गर्मियों के मौसम में तरबूज और ककड़ी की खेती करते हैं। उनके अनुसार, जैसे -जैसे गर्मी बढ़ती जाती है। इन फलों की मांग भी बढ़ जाती है। बाजारों में उनकी अच्छी कीमत के कारण, किसानों को बेहतर लाभ मिलता है। किसानों का कहना है कि हमारी आय उस आधार पर तय नहीं होती है जिसके आधार पर हम कड़ी मेहनत करते हैं। हमें इस आधार से इसका लाभ मिलता है।
यहां बयाना मिट्टी और जलवायु तरबूज, तरबूज और ककड़ी जैसी फसलों के लिए बहुत अनुकूल माना जाता है। यही कारण है कि हर साल यहां उपज बेहतर हो रही है। किसान अब पारंपरिक तरीकों के साथ -साथ आधुनिक तकनीकों को भी अपना रहे हैं। ड्रिप सिंचाई प्रणाली और कार्बनिक उर्वरकों का उपयोग भी उत्पादन में गुणवत्ता बढ़ा रहा है और पानी भी बचाता है। इस क्षेत्र में तरबूज, तरबूज और ककड़ी की खेती ने न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है।
इसके बजाय, आसपास के गांवों में रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हुई है। श्रमिकों को खेतों में नियमित काम मिल रहा है और फल व्यापार से जुड़े लोग भी इससे लाभ कमा रहे हैं। ये फल जो गर्मियों में शरीर को ठंडा करते हैं, उन्हें स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। उत्तर प्रदेश के किसान बयाना में कड़ी मेहनत और नई तकनीकों के आधार पर अपनी फसलों की गुणवत्ता में लगातार सुधार कर रहे हैं।