पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के पूर्व उप निदेशक आरके सिंगला की संपत्ति जब्त कर ली है, जिन्हें भगोड़ा अपराधी (पीओ) घोषित किया गया है। ₹2017-2022 के कांग्रेस शासनकाल के दौरान हुआ 2,000 करोड़ का खाद्यान्न परिवहन घोटाला।
लुधियाना की अदालत ने उन्हें मामले में पीओ घोषित कर दिया था और हाल ही में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 18ए के तहत वीबी को संपत्तियां कुर्क करने की अनुमति दी थी, जिसके बारे में जांच एजेंसी का दावा है कि ये रिश्वत के माध्यम से अर्जित अवैध धन से खरीदी गई थीं।
वीबी के प्रवक्ता ने कहा, “चार संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है और सतर्कता विभाग को आठ और ऐसी संपत्तियां मिली हैं। उन्हें जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।”
16 अगस्त 2022 को विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, उनके पीए पंकज कुमार उर्फ मीनू मल्होत्रा, तत्कालीन खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति उपनिदेशक आरके सिंगला, जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक (डीएफएससी) राकेश भास्कर के अलावा तीन ठेकेदारों – तेलू राम, यशपाल, अजयपाल के अलावा अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन करने, लुधियाना जिले में अनाज मंडियों के लिए श्रम, ढुलाई और परिवहन निविदाओं को स्वीकार करने में कथित रूप से अनियमितताएं करके राज्य के खजाने को भारी नुकसान पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया था।
लुधियाना के वीबी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 409 (आपराधिक विश्वासघात), 467 (मूल्यवान सुरक्षा आदि की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (जाली दस्तावेज को वास्तविक के रूप में उपयोग करना), 120 बी (अपराध करने के लिए आपराधिक साजिश में शामिल होना) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 (2), 8, 12 और 13 (2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
2022 में उन्हें उपरोक्त मामले में पीओ (घोषित अपराधी) भी घोषित किया गया था। उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया है। 2023 में वीबी द्वारा दर्ज आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी वे आरोपी हैं।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘उनकी पत्नी रचना सिंगला भी इस मामले में शामिल हैं और वीबी जांच के अनुसार आरके सिंगला ने अपनी पत्नी रचना सिंगला की आपराधिक मिलीभगत से उसके नाम पर कई संपत्तियां खरीदीं जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक हैं।’’
कुर्क की गई संपत्तियों में लुधियाना के गुरु अमरदास नगर के सुनेत गांव में स्थित 298.66 गज का एक प्लॉट, लुधियाना के भाई रणधीर सिंह नगर में 150-150 गज के दो प्लॉट, लुधियाना के थारीके गांव में स्थित 300 गज का प्लॉट शामिल है।
जांच के दौरान आरके सिंगला से जुड़ी आठ और संपत्तियों की भी पहचान की गई और इन्हें अटैच करने की मंजूरी लेने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इनमें 121.51 वर्ग गज का एक शोरूम, पटवारखाना, जीटी रोड, खन्ना के पास ‘द सेलिब्रेशन बाजार’ में 98 वर्ग गज के चार शोरूम, फ्लैट नंबर 304 कैटेगरी-ए, दूसरी मंजिल आरसीएस गजटेड ऑफिसर्स, पंजाब कोऑपरेटिव सोसाइटी सेक्टर 48-ए चंडीगढ़, इंटरनेशनल ट्रेड टावर (आईटीटी), मुल्लांपुर में 850 वर्ग फीट का एक ऑफिस स्पेस और लेक कमर्शियल प्रोजेक्ट सुपर कमर्शियल स्पेस 1651 वर्ग फीट शामिल हैं।
अधिकारियों ने कहा, “इन आठ संपत्तियों के लिए हमने कुर्की हेतु अदालत में आवेदन दायर किया है।”