पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और कांग्रेस नेता मीरा कुमार। फाइल | फोटो साभार: रंजीत कुमार
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 23 जुलाई को पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट से पहले, राज्य में बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा देने की मांग तेज हो गई है।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और कांग्रेस नेता मीरा कुमार ने 12 जुलाई को विशेष राज्य का दर्जा न दिए जाने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकारों की आलोचना की। मीरा कुमार ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी होने के बावजूद यह विडंबना है कि श्री कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री के सामने गुहार लगानी पड़ रही है।

लंबे समय से लंबित मांग को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए मीरा कुमार ने यह भी कहा कि मोदी सरकार को बिहार के लोगों की परवाह नहीं है।
“मोदी जी चुनाव के तुरंत बाद ही इसकी घोषणा कर देनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है। ऐसा लगता है कि उन्हें न तो बिहार की जनता की चिंता है और न ही वे इस आदमी के प्रति गंभीर हैं [read Nitish Kumar] मीरा कुमार ने पटना हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, “जो एक बार फिर से पाला बदल चुके हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।”
गुरुवार को जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मांग की कि अगर केंद्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दे सकती है तो उसे विशेष पैकेज दिया जाना चाहिए। चौधरी ने कहा कि बिहार में प्राकृतिक संसाधनों की कमी है और विशेष पैकेज से विकास कार्यों में तेजी आएगी।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री जमा खान ने शुक्रवार को विशेष दर्जे की मांग करते हुए कहा कि बिहार को आगामी केंद्रीय बजट में या तो विशेष दर्जा मिलना चाहिए या विशेष पैकेज मिलना चाहिए। जेडी(यू) के एक अन्य मंत्री अशोक चौधरी ने भी यही राय दोहराते हुए कहा कि बिहार सरकार को केंद्र सरकार से सहायता मिलने की उम्मीद है।
जेडी(यू) भाजपा का एक महत्वपूर्ण गठबंधन सहयोगी है क्योंकि केंद्र में मोदी सरकार इसी पार्टी के समर्थन पर निर्भर है जिसके लोकसभा में 12 सदस्य हैं। पिछले महीने भी जब जेडी(यू) ने दिल्ली में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की थी, तो पार्टी ने विशेष दर्जे या विशेष पैकेज की मांग की थी।
सुश्री मीरा कुमार ने राज्य में बार-बार पुल ढहने की घटनाओं को लेकर भी बिहार सरकार पर निशाना साधा।
मीरा कुमार ने कहा, “राज्य और केंद्र सरकार मिलकर बिहार को बर्बाद करने में लगी हुई है। इतने सारे पुल गिर गए हैं, लेकिन कोई जांच नहीं हो रही है। दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यह सरकार क्या कर रही है? जनता देख रही है कि पुल कैसे गिर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि उचित जांच हो और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।”