हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग (ईसी) बुजुर्गों और दिव्यांगों को घर बैठे वोट देने की सुविधा देगा। राज्य विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो रहा है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने चंडीगढ़ आए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एसएस संधू ने कहा कि राज्य विधानसभा चुनावों में पहली बार 85 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों और दिव्यांग व्यक्तियों (40% बेंचमार्क विकलांगता) को अपने घर बैठे वोट देने का विकल्प दिया जाएगा। चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान भी घर से वोट करने की सुविधा प्रदान की थी।
आयोग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि घर से मतदान की सुविधा वैकल्पिक है और यदि कोई मतदाता मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डालने के लिए इच्छुक है तो उसे आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी। इस सुविधा का विकल्प चुनने वाले मतदाताओं से अधिसूचना के पांच दिनों के भीतर ब्लॉक स्तर के अधिकारी द्वारा एक आवेदन (फॉर्म 12डी) वितरित और एकत्र किया जाता है और इसे रिटर्निंग अधिकारी के पास जमा किया जाता है। चुनाव आयोग ने कहा कि पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाती है और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि घर से मतदान की पूरी प्रक्रिया में शामिल होते हैं।
चुनाव आयोग ने कहा कि दो दिवसीय समीक्षा यात्रा के दौरान, सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अवैध शराब, नकदी और नशीली दवाओं के प्रवाह को रोकने के लिए समन्वित तरीके से काम करने के निर्देश जारी किए गए थे। राज्य में शराब और नशीली दवाओं के सरगनाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के अलावा किसी भी तरह के प्रलोभन की आवाजाही, भंडारण और वितरण पर कड़ी निगरानी रखने के लिए समूहवार रूट मैप की पहचान की गई है। राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति यह सुनिश्चित करेगी कि निर्धारित घंटों के दौरान केवल निर्दिष्ट वाहनों में ही नकदी हस्तांतरण हो। सरकारी एजेंसियां माल की किसी भी आवाजाही के लिए राज्य में अनिर्धारित चार्टर्ड उड़ानों और हेलीपैडों की निगरानी करेंगी। चुनाव आयोग ने वॉलेट के माध्यम से अवैध ऑनलाइन नकदी हस्तांतरण पर भी कड़ी निगरानी रखने को कहा है।
आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों, संभागीय आयुक्तों और रेंज पुलिस महानिरीक्षकों के साथ मतदाता सूची, ईवीएम प्रबंधन, लॉजिस्टिक्स, मतदान केंद्र युक्तिकरण और बुनियादी ढांचे, चुनाव कर्मचारियों के प्रशिक्षण, जब्ती, कानून और व्यवस्था, मतदाता जागरूकता और आउटरीच गतिविधियों पर विस्तृत समीक्षा की।
आयोग ने हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) और राज्य पुलिस नोडल अधिकारी के साथ प्रशासनिक, रसद, कानून और व्यवस्था तथा चुनाव संबंधी व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की।
हरियाणा के सीईओ पंकज अग्रवाल ने बताया कि 2 अगस्त 2024 को प्रकाशित मतदाता सूची के प्रारूप के अनुसार कुल 2.01 करोड़ मतदाता पंजीकृत हैं।
सीईओ ने कहा, “करीब 1.06 करोड़ पुरुष मतदाता हैं, जबकि 95 लाख महिला मतदाता हैं। राज्य में 4.52 लाख से ज़्यादा पहली बार मतदाता (18-19 वर्ष), 2.55 लाख 85+ उम्र के वरिष्ठ नागरिक और 1.5 लाख विकलांग मतदाता पंजीकृत हैं। 10,000 से ज़्यादा मतदाता 100 या उससे ज़्यादा उम्र के हैं। अंतिम मतदाता सूची 27 अगस्त को प्रकाशित की जाएगी।”
अग्रवाल ने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए 20,629 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इनमें से 13,497 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में और 7,132 शहरी क्षेत्रों में होंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसतन 977 मतदाता होंगे। महिलाओं और युवाओं में मतदान को बढ़ावा देने के लिए करीब 125 मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिलाओं द्वारा किया जाएगा, जबकि 116 का प्रबंधन युवा कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर दिव्यांग व्यक्ति भी तैनात रहेंगे। शत-प्रतिशत मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। शहरी क्षेत्रों में मतदान को सुगम बनाने के लिए ऊंची इमारतों और झुग्गी बस्तियों में मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। आयोग ने बताया कि राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के खिलाफ सख्त कार्रवाई से संबंधित कई मुद्दे उठाए गए। दलों ने संवेदनशील मतदान केंद्रों में पर्याप्त केंद्रीय बलों की तैनाती, पंचकूला में मृत और फर्जी मतदाताओं को हटाने के साथ मतदाता सूची को अपडेट करने, मतदान केंद्रों के बीच की दूरी कम करने और बुजुर्ग और महिला मतदाताओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने की भी बात कही।