पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि बुधवार शाम सेक्टर 10 में सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक जसकीरत सिंह चहल को निशाना बनाकर किए गए विस्फोट में पाकिस्तान निर्मित हैंड ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया था, जिसे ड्रोन के जरिए देश में तस्करी कर लाया गया था।
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि पंजाब सीमा पर पाकिस्तान की आईएसआई के माध्यम से प्राप्त ग्रेनेड का इस्तेमाल अमेरिका स्थित खालिस्तानी गैंगस्टर हैप्पी पासिया से जुड़े संदिग्धों द्वारा किया गया था, जो पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी मॉड्यूल चलाता है।
ऑस्ट्रियाई डिज़ाइन किया गया एचजी-84 हैंड ग्रेनेड, एंटी-पर्सनल फ़्रेगमेंटेशन हथियार है, जो अपने विनाशकारी प्रभाव के लिए जाना जाता है, जो 30 मीटर तक छर्रे फैलाने में सक्षम है। हमले में इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड पंजाब पुलिस द्वारा 2020 में अमृतसर में ड्रोन मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने के दौरान जब्त किए गए ग्रेनेड के समान है, जहाँ अधिकारियों ने पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा गिराए गए 11 आर्गेस-84 हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे।
2018 के अमृतसर विस्फोट मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने दावा किया था कि हमले में इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड (एचजी-84) पाकिस्तानी सेना द्वारा निर्मित ग्रेनेड के समान था।
ऑस्ट्रियाई मूल का एचजी-84 ग्रेनेड पाकिस्तान आयुध कारखानों द्वारा लाइसेंस के तहत भी बनाया जाता है और पाकिस्तानी सेना द्वारा इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। पुलिस ने कहा कि संदिग्धों ने एक अत्याधुनिक ड्रोन ऑपरेशन के ज़रिए ग्रेनेड हासिल किया।
पुलिस के अनुसार, यह हमला 1986 में नकोदर में पुलिस गोलीबारी की घटना के दौरान चार युवकों की मौत का बदला लेने के लिए किया गया था, जिसमें तत्कालीन स्थानीय एसएचओ चहल शामिल थे।
दो साल पहले तक चहल सेक्टर 10 स्थित मकान की पहली मंजिल पर किराए पर रह रहे थे।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि संदिग्धों को कथित तौर पर पैसे दिए गए थे ₹आतंकवादी संगठन ने 50,000 रुपये की लूट की थी, तथा कार्य पूरा होने के बाद और अधिक देने का वादा किया था।
ऐसा माना जाता है कि इस ऑपरेशन का समन्वय पाकिस्तान स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा द्वारा किया जा रहा है, जिसे हैप्पी पासिया का समर्थन प्राप्त है।
पुलिस ऑटो चालक से पूछताछ करेगी
पुलिस ने हमलावरों को घटनास्थल पर लाने-ले जाने के आरोप में ऑटो चालक कुलदीप को भी चार दिन की रिमांड पर लिया है। जांचकर्ताओं ने आठ दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने उन्हें केवल चार दिन की रिमांड दी। पुलिस ने कुलदीप से अन्य संदिग्धों के साथ जिरह करने की योजना बनाई है ताकि उसकी संभावित संलिप्तता की और जांच की जा सके।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, संदिग्धों ने हमले से दो दिन पहले सेक्टर 10 स्थित घर की रेकी की थी और इसके लिए उन्होंने कुलदीप की ऑटो का ही इस्तेमाल किया था।
9 सितंबर को रेकी के दौरान सेक्टर-43 आईएसबीटी पर दोनों संदिग्धों की संजय नाम के एक शख्स से संक्षिप्त बातचीत हुई, जो करीब दो मिनट तक चली। संजय बस स्टैंड के पास यात्रियों के लिए होटल की व्यवस्था करने के लिए जाना जाता है।
मुख्य आरोपी अमृतसर में गिरफ्तार
विस्फोट मामले के एक आरोपी रोहन मसीह को पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। रोहन मसीह, जो पासिया गांव का रहने वाला है, अमेरिका में रहने वाले गैंगस्टर हैप्पी पासिया का परिचित है, क्योंकि दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं।
रोहन पिछले डेढ़ साल से जम्मू-कश्मीर में रहकर बढ़ई का काम कर रहा था। पुलिस ने बताया कि रोहन ने ही ड्रोन के जरिए सीमा पार से हथगोला मंगाकर सेक्टर 10 स्थित उसके घर पर हमला किया था।
पुलिस सूत्रों ने खुलासा किया कि हमले के दिन मसीह के पास पिस्तौल और हथगोला दोनों थे। वह नशे का आदी है और उसके परिवार ने उसकी आपराधिक संलिप्तता के कारण उसे त्याग दिया है।
अमृतसर पुलिस द्वारा हासिल की गई सात दिन की रिमांड खत्म होने के बाद चंडीगढ़ पुलिस मसीह को प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी।
उसी गांव के एक अन्य संदिग्ध विशाल की भी पहचान कर ली गई है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।