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रोबोटिक घुटने की सर्जरी: अंबाला में हीलिंग टच अस्पताल में रोबोट सर्जरी में 12 मिनट में घुटने को बदलने की सुविधा है, ताकि मरीज अगले दिन चला सकें। डॉ। भानू प्रताप सिंह सालुजा ने बताया कि यह तकनीक सटीक और कम दर्दनाक है …और पढ़ें

रोबोटिक घुटने की सर्जरी
हाइलाइट
- अंबाला के हीलिंग टच अस्पताल में 12 मिनट में रोबोटिक घुटने की सर्जरी।
- मरीज अगले दिन से, कम दर्द और स्वस्थ होने में सक्षम होंगे।
- 30 अप्रैल तक रोबोटिक सर्जरी पर विशेष शुल्क रियायत।
रोबोटिक घुटने की सर्जरी: अब हरियाणा और पंजाब में, लोगों को अपने घुटनों को बदलने के लिए लंबे समय तक इंतजार और लंबी वसूली का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अंबाला में हीलिंग टच अस्पताल ने एक नई सुविधा शुरू की है, जिसमें रोबोट सर्जरी केवल 12 मिनट के भीतर की जाएगी और रोगी अगले दिन से ही आसानी से अपने पैरों पर खड़े हो जाएगा। यह एक दवा नहीं है, बल्कि सच्चाई है। इस प्रक्रिया का परीक्षण दो महीने तक चल रहा था और अब तक 250 से अधिक ऑपरेशन किए गए हैं।
रोबोट सर्जरी के कई लाभ
चंडीगढ़ के प्रसिद्ध रोबोटिक संयुक्त प्रतिस्थापन सर्जन डॉ। भानू प्रताप सिंह सालुजा ने स्थानीय 18 को बताया कि मरीजों को रोबोटिक घुटने और हिप ट्रांसप्लांट की राज्य -ऑफ -आर्ट तकनीक से अवगत कराया जा रहा है। आज के समय में, रोबोट सर्जरी तकनीकी चिकित्सा के साथ बहुत सटीक और कम दर्दनाक हो गई है, जिसके कारण रोगी स्वस्थ हो सकते हैं और सामान्य जीवन में लौट सकते हैं। रोबोटिक सर्जरी के कई फायदे हैं, जैसे कम चीरा, कम दर्द, तेजी से स्वास्थ्य और बेहतर परिशुद्धता।
मरीजों ने हीलिंग टच अस्पताल की प्रशंसा की
डॉ। सालुजा ने कहा कि जो मरीज लंबे समय से घुटनों या कूल्हों के दर्द से परेशान हैं और चलने में कठिनाई महसूस करते हैं, रोबोटिक संयुक्त प्रतिस्थापन उनके लिए एक सुरक्षित और सफल समाधान है। शिविर में भाग लेने वाले मरीजों ने हीलिंग टच अस्पताल और डॉ। सालुजा की टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस मुफ्त जांच शिविर ने उन्हें अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को समझने और उचित मार्गदर्शन प्राप्त करने में बहुत मदद की है।
तीन रोबोट मशीनें एक साथ एक व्यक्ति की सर्जरी करेंगी
डॉ। जगमोहन ओबेरॉय ने बताया कि सार्वजनिक सेवा के उद्देश्य से 30 अप्रैल तक रोबोट सर्जरी पर विशेष शुल्क रियायतें दी जा रही हैं, जिसमें तीन रोबोट मशीनें व्यक्ति की सफल सर्जरी में शामिल होंगी। अब तक, कई रोगियों को इस तकनीक से लाभ हुआ है और वे थोड़े समय में ठीक होने में सक्षम हैं।