अमृतसर में एक एनआरआई पर जानलेवा हमले को लेकर भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने शनिवार को आरोप लगाया कि पंजाब में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है।
शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि अमृतसर में लगातार दो दिनों तक हुए हमले पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति के बिगड़ने को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा, “पंजाबी अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।”
शनिवार को अमृतसर के दबुर्जी गांव में एनआरआई सुखचैन सिंह के घर में दो बाइक सवारों ने घुसकर उन पर गोलियां चलाईं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। शुक्रवार को जुझार सिंह एवेन्यू में 33 वर्षीय महिला की हत्या उसके घर में पाई गई। उसके घर अक्सर आने-जाने वाले प्लंबर को हत्या और डकैती के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
भाजपा नेता और पूर्व अमेरिकी राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने कहा, “पंजाब में कानून का डर खत्म होता जा रहा है और गोलीबारी, फिरौती के लिए कॉल और डकैती आम बात होती जा रही है। हमारे सीएम भगवंत मान, जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण के लिए बुलेटप्रूफ ग्लास का इस्तेमाल किया था, हरियाणा में चुनाव प्रचार और मुंबई के दौरे में व्यस्त हैं।”
भाजपा नेता परनीत कौर ने कहा कि ऐसी घटनाएं दिखाती हैं कि पंजाब में कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा, “मैं भगवंत मान से अपील करती हूं कि वे राज्य में कानून-व्यवस्था पर ध्यान दें।”
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने सरकार पर अक्षमता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पंजाब को बयानों की नहीं, बल्कि कार्रवाई की जरूरत है।
कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री राज कुमार वेरका ने भी इस अपराध को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा।
आप ने ‘राजनीतिकरण’ को लेकर शिअद, भाजपा की आलोचना की
आम आदमी पार्टी (आप) के पंजाब प्रवक्ता नील गर्ग ने शिरोमणि अकाली दल और भाजपा पर मामले का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि एनआरआई के परिवार ने आरोप लगाया है कि यह हमला उसकी पूर्व पत्नी के परिवार ने किया है, इसलिए इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने के बजाय व्यक्तिगत मुद्दा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री भगवंत मान ने डीजीपी को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।”
गर्ग ने याद दिलाया कि बादल सरकार के दौरान अमृतसर में एक एएसआई की हत्या कर दी गई थी, जबकि वह अपनी बेटी की इज्जत की रक्षा कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि छेड़छाड़ करने वाले लोग अकाली दल से जुड़े थे। उन्होंने हरियाणा में एक विधायक पर गोली चलाने और यूपी के रायबरेली में अपनी मजदूरी मांगने पर एक दलित व्यक्ति को प्रताड़ित करने जैसे हालिया मुद्दों पर भाजपा की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े बताते हैं कि पंजाब की कानून व्यवस्था की स्थिति भाजपा शासित और अन्य पड़ोसी राज्यों की तुलना में बेहतर है।’’ उन्होंने कहा कि विपक्ष का लक्ष्य सरकार को बदनाम करना है।
कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और कुलदीप सिंह धालीवाल घायल एनआरआई के स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत स्थिर है। (पीटीआई से इनपुट के साथ)