पटियाला जेल में अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के साथ मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में मौत की सजा पाए सिख कैदी बलवंत सिंह राजोआना से मुलाकात के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दी गई 21 दिन की छुट्टी पर मंगलवार को सवाल उठाए। राम रहीम आज सुबह रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आए।
पटियाला जेल में अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के साथ मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में मौत की सजा पाए सिख कैदी बलवंत सिंह राजोआना से मुलाकात के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दी गई 21 दिन की छुट्टी पर मंगलवार को सवाल उठाए। राम रहीम आज सुबह रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आए।
पटियाला जेल में अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के साथ मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में मौत की सजा पाए सिख कैदी बलवंत सिंह राजोआना से मुलाकात के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दी गई 21 दिन की छुट्टी पर मंगलवार को सवाल उठाए। गुरमीत राम रहीम आज सुबह रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आए। (एचटी फाइल)
धामी ने चिंता जताई कि “ऐसा लगता है कि कानून सभी पर समान रूप से लागू नहीं होता”। उन्होंने बताया कि जहाँ एक ओर अपनी सज़ा पूरी कर चुके सिख कैदियों को साल में एक भी पैरोल या छुट्टी नहीं मिलती, वहीं डेरा प्रमुख को साल में कई बार पैरोल और छुट्टी दी जाती है।
धामी ने कहा, “राम रहीम के लिए कानून और जेल मैनुअल में भी संशोधन किए गए हैं। मेरा मानना है कि कानून सबके लिए समान होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि वे राम रहीम को बार-बार दी गई पैरोल और फरलो पर लगातार आपत्ति जताते रहे हैं और यहां तक कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में एक याचिका भी दायर की है।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा, “हमारी याचिका पर सुनवाई हुई और अदालत ने राम रहीम को छुट्टी देने पर रोक लगा दी। हालांकि, कुछ दिन पहले अदालत ने कहा कि सक्षम अधिकारी (जेल और हरियाणा सरकार) राम रहीम की याचिका पर फैसला लेंगे। हम सभी जानते हैं कि ये सक्षम अधिकारी अब तक क्या कर रहे हैं।”
धामी ने कहा, “21 दिन की सजा पूरी करने के बाद उन्हें (डेरा प्रमुख को) एक और पैरोल या फरलो मिलने की संभावना है। हरियाणा में चुनाव नजदीक हैं, इसलिए राजनीतिक दल उनके प्रभाव का फायदा उठाएंगे।”
राजोआना मामले के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर धामी ने निराशा व्यक्त की कि एसजीपीसी जैसी निर्वाचित संस्था को गृह मंत्री से मिलने का समय नहीं दिया जा रहा है।