हत्या के प्रयास के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के कम से कम 10 दिन बाद पुलिस ने उनके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उनके घर से 21 गोलियां बरामद कीं। आरोपियों सतिंदर सिंह उर्फ हैप्पी और रविंदर सिंह को 22 जून को पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था।
आरोपियों ने हथियार हैबोवाल के हैदर एन्क्लेव में सतिंदर सिंह के घर में छिपा रखा था।
अधिकारियों ने बताया कि हैप्पी का भाई अमरिंदर सिंह उर्फ बब्बू उर्फ बाऊ गिल कथित तौर पर सीआईए स्टाफ अमृतसर के प्रभारी की गाड़ी के नीचे विस्फोटक रखने में शामिल था, इसलिए पुलिस विभिन्न कोणों से मामले की जांच कर रही है। अमरिंदर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत जेल में बंद है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी सिटी 3) शुभम अग्रवाल ने बताया कि आरोपियों से अब तक चार अवैध हथियार, 28 गोलियां और चार खोखे बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पूछताछ में और भी अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है।
इससे पहले आरोपियों के पास से चार अवैध पिस्तौल, छह मैगजीन, आठ गोलियां, चार खोखे और एक किआ सोनेट कार जब्त की गई थी।
22 जून को आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे चूहरपुर गांव के रमन एन्क्लेव स्थित एक घर में छिपे हुए थे।
जब पुलिस ने घर को घेर लिया और आरोपियों से आत्मसमर्पण करने को कहा तो आरोपियों ने गोलियां चला दीं और पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ में आरोपी घायल हो गए।
आरोपियों को अस्पताल ले जाया गया और 22 जून को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307, 336, 353, 506, 186 और 427 तथा आर्म्स एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। आरोपियों को 29 जून को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उन्हें 30 जून को अदालत में पेश किया गया और चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
एडीसीपी ने कहा, ‘‘पूछताछ के दौरान आरोपी ने गोलियां छिपाने की बात कबूल कर ली।’’
उन्होंने कहा, “आरोपी सतिंदर पर पहले से ही सात मामलों में मुकदमा चल रहा है, जिनमें से तीन मामलों में उसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। रविंदर सिंह पर दो मामलों में मुकदमा चल रहा है।”
एडीसीपी ने बताया कि आरोपियों ने 26 साथियों के साथ मिलकर 17 और 18 जून की रात को अपने एक प्रतिद्वंद्वी साहिल कांडा के घर के बाहर हंगामा किया था। आरोपियों ने कांडा के घर पर पत्थर, ईंटें और बोतलें फेंकी थीं और गोलियां चलाई थीं।
आरोपियों ने सड़क पर खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। इस मामले में 18 जून को केस दर्ज किया गया था। उनके चार साथियों जोगिंदर नगर के राहुल, गगनदीप विहार के शेख राजीत, न्यू विजय नगर के विशाल कुमार और चूहरपुर इलाके के नवदीप सिंह उर्फ नवी को 19 जून को गिरफ्तार किया गया था।