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रेलवे की एक पहल ने यात्रियों को कैशलेस टिकट बुकिंग की सुविधा प्रदान की है, जो डिजिटल लेनदेन को भी बढ़ावा दे रही है। हालांकि, कई यात्री अभी भी इस सुविधा से अनजान हैं। इस ऐप के माध्यम से, यात्री सामान्य टिकट, प्लेटफ़ॉर्म …और पढ़ें

यूटीएस ऐप से टिकट कैसे बुक करें
हाइलाइट
- 391 टिकट ढोलपुर स्टेशन पर यूटीएस ऐप से बुक किए गए थे।
- UTS ऐप से सामान्य, प्लेटफ़ॉर्म और मासिक टिकट बुकिंग संभव है।
- यात्रियों को राहत, रेलवे की डिजिटल पहल द्वारा पदोन्नत कैशलेस भुगतान।
धोलपुर:- रेलवे स्टेशन पर टिकटिंग प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए, रेलवे ने यूटीएस मोबाइल ऐप की सुविधा शुरू कर दी थी। इस ऐप के माध्यम से, यात्री अब अपने मोबाइल से अनारक्षित टिकट बुक कर सकते हैं, ताकि स्टेशन पर लंबी कतारें प्राप्त करने की कोई आवश्यकता न हो। इस ऐप के माध्यम से, इस ऐप के माध्यम से 1,87,600 रुपये के 391 टिकट बुक किए गए थे, जिसमें से 581 यात्रियों ने यात्रा की थी। इनमें से, 157 यात्रियों ने भी अपना आरक्षण करवाया। उसी समय, 5,118 यात्रियों ने विंडो टिकट काउंटर से 3,71,890 रुपये के टिकट खरीदे।
यूटीएस ऐप कैसे फायदेमंद है?
रेलवे की इस पहल के साथ, यात्रियों को कैशलेस टिकट बुकिंग की सुविधा मिली है, जो डिजिटल लेनदेन को भी बढ़ावा दे रहा है। हालांकि, कई यात्री अभी भी इस सुविधा से अनजान हैं। यात्री इस ऐप के माध्यम से सामान्य टिकट, प्लेटफ़ॉर्म टिकट और मासिक सीज़न टिकट (एमएसटी) भी बुक कर सकते हैं। इससे पहले यह सुविधा केवल 5 किमी की त्रिज्या तक सीमित थी, लेकिन इसे 20 किमी तक बढ़ाया गया था। अब यात्री स्टेशन से दूर रहते हुए भी आसानी से टिकट बुक कर सकते हैं और भीड़ से बच सकते हैं।
यूटीएस ऐप से टिकट कैसे बुक करें?
1। Google Play Store या Apple Store से UTS मोबाइल ऐप डाउनलोड करें।
2। साइन अप करें और लॉगिन आईडी और मोबाइल नंबर रजिस्टर करें।
3। OTP (चार अंकों पासवर्ड) के माध्यम से लॉगिन करें।
4। टिकट के प्रकार (सामान्य टिकट, प्लेटफ़ॉर्म टिकट या एमएसटी) का चयन करें।
5। भुगतान के लिए आर-वॉलेट, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग या यूपीआई का उपयोग करें। आर-वॉलेट को यूटीएस काउंटर, नेट बैंकिंग या यूपीआई के माध्यम से रिचार्ज किया जा सकता है।
डिजिटल परिवर्तन से संतुष्ट यात्री
यात्री अब इस ऐप का पूरा फायदा उठा रहे हैं। वे घर छोड़ने से पहले टिकट बुक कर सकते हैं, जिसने लंबी कतारों में खड़े होने की समस्या को समाप्त कर दिया है। यह न केवल समय की बचत कर रहा है, बल्कि रेलवे टिकटिंग प्रणाली भी अधिक सुव्यवस्थित हो गई है। रेलवे की यह पहल डिजिटल इंडिया अभियान को भी मजबूत कर रही है और कैशलेस भुगतान को बढ़ावा देने में सहायक साबित हो रही है।