सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो जाएगा रोहित शर्मा का नाम
भारत बनाम न्यूजीलैंड चैंपियंस ट्रॉफी 2025: रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है और टीम ने अभी तक चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में एक भी मैच नहीं हारा है। भारतीय टीम मौजूदा टूर्नामेंट में अजेय है। भारत ने पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों को हराकर फाइनल में एंट्री मारी है। अब खिताब जीतने के लिए फाइनल में भारतीय टीम का सामना 9 मार्च को न्यूजीलैंड की टीम से होगा। जहां भारतीय टीम की निगाहें न्यूजीलैंड से 25 साल पुराना बदला लेने पर होंगी।
धोनी की बराबरी करने का है सुनहरा चांस
रोहित शर्मा ने भारतीय कप्तान के तौर पर अभी तक 3 आईसीसी फाइनल्स में कप्तानी की है। इनमें वनडे वर्ल्ड कप 2023, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 और टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल शामिल हैं। अब वह चौथे आईसीसी फाइनल में कप्तानी करने के लिए बिल्कुल तैयार हैं। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टॉस करते ही रोहित दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बराबरी कर लेंगे।

महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए चार आईसीसी फाइनल्स में कप्तानी की है। जिसमें तीन में टीम इंडिया विजयी साबित हुई थी। उन्होंने भारतीय टीम के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2007, वनडे वर्ल्ड कप 2011, चैंपियंस ट्रॉफी 2013, टी20 वर्ल्ड कप 2014 के फाइनल मैचों में टीम इंडिया की कमान संभाली थी।
भारत के लिए सबसे ज्यादा ICC फाइनल में कप्तानी करने वाले प्लेयर्स:
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- महेंद्र सिंह धोनी- 4 मैच
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- रोहित शर्मा- 3 मैच
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- सौरव गांगुली- 3 मैच
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- विराट कोहली- 2 मैच
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- कपिल देव- 1 मैच
दूसरा आईसीसी खिताब जीतने की दहलीज पर हैं रोहित शर्मा
रोहित शर्मा की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब साउथ अफ्रीका को हराकर जीता था। अब वह 9 महीने के अंदर टीम को दूसरे आईसीसी फाइनल में ले गए हैं। जहां एक और खिताब उनका इंतजार कर रहा है। रोहित ने मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी में अच्छी कप्तानी की है और गेंदबाजी में बदलाव भी ठीक तरीके से किए हैं। कप्तान रोहित DRS लेने के भी महारथी हो चुके हैं।
दोनों टीमों के बीच चैंपियंस ट्रॉफी में हुए दो मैच
भारत और न्यूजीलैंड के बीच अभी तक चैंपियंस ट्रॉफी में दो ही मुकाबले हुए हैं, जिसमें एक में भारत ने बाजी मारी है और एक मैच में न्यूजीलैंड की टीम जीत दर्ज करने में सफल रही। चैंपियंस ट्रॉफी 2000 का फाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुआ था। तब कीवी टीम ने चार विकेट से जीत दर्ज की थी।
रोहित शर्मा का हालिया प्रदर्शन
रोहित शर्मा, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और अनुभवी ओपनिंग बल्लेबाज, ने हाल के दौर में अपनी बल्लेबाजी में बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है। उनके आंकड़े इस समय उनकी क्षमता और कौशल को बखूबी दर्शाते हैं। 2023 में, रोहित ने वनडे और टी20 प्रारूप में कई महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं, जिसमें उन्होंने न सिर्फ तेजी से स्कोर बनाने की क्षमता दिखाई है, बल्कि अपनी पारी को स्थिरता देने का कार्य भी किया है।
रोहित के हालिया आंकड़ों की बात करें तो, उन्होंने अपने पिछले कुछ मैचों में औसतन 75 से अधिक रनों की पारी खेली है, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट भी प्रभावशाली रहा है। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि वह वर्तमान में फॉर्म में हैं और आगामी मैचों में बड़े स्कोर बनाने की क्षमता रखते हैं। उनकी भूमिका न केवल एक बल्लेबाज के रूप में महत्वपूर्ण है, बल्कि कप्तान के रूप में भी उन्होंने टीम के लिए रणनीतियों को सफलतापूर्वक लागू किया है।
इसके अलावा, रोहित शर्मा की बल्लेबाजी दृष्टिकोण में बदलाव आया है, जिसके कारण वह अब अधिक संतुलित और आक्रामक खेल का चयन कर रहे हैं। उनका ध्यान केवल व्यक्तिगत स्कोर बनाने पर नहीं है, बल्कि वह टीम की जीत में भी अहम योगदान देने में जुटे हैं। उनकी हालिया फॉर्म ने उनकी लक्ष्यदृष्टि को स्पष्ट किया है, और यह संभावना है कि वह महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड के करीब पहुँचने में सफल होंगे। यह क्रिकेट की दुनिया में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हो सकता है, जो उनके लिए एक नई उपलब्धि का संकेत देगा।
महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड
महेंद्र सिंह धोनी, भारतीय क्रिकेट जगत के एक अजेय सितारे, ने अपने करियर में कई ऐसे अद्वितीय रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, जो उन्हें खेल की दुनिया में एक विशेष स्थान देते हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 में ICC T20 विश्व कप और 2011 में ICC Cricket World Cup जीते। इन जीतों ने उन्हें न केवल एक सफल कप्तान बनाया, बल्कि उन्हें खेल प्रेमियों के दिलों में भी एक अमिट स्थान प्रदान किया। धोनी की सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक है उनकी अनूठी बल्लेबाजी शैली, जिसने सीमित ओवरों के क्रिकेट में अंत के ओवरों में मैच जिताने की उनकी क्षमता को दर्शाया।
धोनी ने अपने करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर पार किए। 2008 में, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 4000 रन बनाने का नामुमकिन सा रिकॉर्ड बनाया। इसके अलावा, वह भारत के लिए वनडे में 10,000 रन पूरे करने वाले पहले विकेटकीपर बने। उनकी कप्तानी में, भारत ने 2010 और 2016 में एशिया कप तथा 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जैसी प्रमुख ट्रॉफियां भी जीतीं। यह सारी उपलब्धियां उन्हें भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक लीजेंड के रूप में स्थापित करती हैं।
इसके अलावा, धोनी का सबसे उल्लेखनीय पहलू उनकी शांति और धैर्य है, जो उन्हें कठिन परिस्थितियों में सही निर्णय लेने की क्षमता देती है। उनकी कुशलता और तकनीकी समझ ने उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक बना दिया। उनके रिकॉर्ड सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा में आगे बढ़ाया है। उनकी प्रेरणा और साझेदारियों ने युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है और भारतीय क्रिकेट में एक नई लहर पैदा की है।