Browsing: सीताजी

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥गोस्वामी जी द्वारा पूजा की गई कवियोंचरण कमल बैंडन तिन्ह केरे।…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥JAU BARSHAI BAR BAR BACHRU। हो हैगोस्वामी जी का कहना है…

‘ससी ललाट सुंदर सिर गंगा।नायन किशोर उपाबित भुजंगा।गार्ल कांथा उर पुरुष सिर माला।अज्ञात दुखी शिवधम क्रिपला।यदि भगवान शंकर ने चंद्रमा को अपनी बहन पर सुशोभित किया…

श्री रामचंद्रय नामाह:पहले पापहरन सदा शिवकरंद भक्तिप्रादमMAYAMOHMALAPAH SUVIMALAM PAMMAMBUPURAM SHUBHAM।श्रीमाद्रामचरित्रमणसमिदम भक्तियावगांती येहTE SANSARPATGAGHORKIRANAIRANTI NO MANAVA :॥राम भगत रहने जा रहे हैं। सुनिहिन सुजान साराहि सुबानी।मुझे बचाने…